जिन्दगी और मौत

कितनी अजीब है ये जिन्दगीजो कि हर पलमौत के साथआंख मिंचौली खेलती रहती है।कितनी मासूम है ये पगलीजिसे ये भी नहीं पताकि वोकभी किसी की सगी नहीं हुई।उसने हमेशा ही सबको छला हैइस परकब जोर किसका चला है।और ये बेवकूफउसको अपना सगा मानती है।उसके बगैरएक पग भी चलना नहीं जानती … Read More

चौबारी के बन्दर

‘अनाम रिश्तों की कोख’– मानस सरोवर कहानी संग्रह – भाग 1 (Hindi Edition) रामगंगा की तलहटी में बसे चौबारी ग्राम जिसका कि मूल नाम चारद्वारी था, जो कि लगभग आज से तीन सौ वर्ष पूर्व वहाँ के मुखिया एवं शासक रहे कुँवर राघवेन्द्र प्रताप सिंह के आलीशान हवेली नुभा राजमहल … Read More

हथनी की हाय

केरल के ग्रामीण इलाके में हाथियों के झुंडों का आना-जाना एक आम बात थी। आए दिन वे टोलियों के रूप में यहां से वहां भ्रमण करते रहते। हर एक झुंड की खासियत ये थी कि वह अपने परिवार के मुखिया के इशारे पर चलता और एक-एक संकेत का पूर्णत: पालन … Read More

अखण्ड भारत के शिल्पकार

भारतीय अस्मिता के संवाहक एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पुरोधा लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के विशाल व्यक्तित्व की ऊंचाई को छू पाना किसी भी भारतीय शिखर पुरुष के लिए सहज संभव नहीं। उनके योगदान और गौरवशालीे अवदान की गाथाएं संपूर्ण संसार में विख्यात हैं। वह भारतीय संस्कृति के … Read More