संदोह

अल्पता से स्वल्पता तक आ गया हूं।अल्पना से कल्पना तन छा गया हूं।अब बीतते हैं रात दिन सब रीते रीते।हर सांस में कुछ तरह समा गया हूं।। झाड़ियों को पा मिला सुकून मुझको।नागफनियों ने डसा था खूब मुझको। हैअब नहीं शिकायत मुझे किसी बात की है।रक्त से अपनों ने नहलाया … Read More

‘शकुंतला-देवी’ से सीखिए अपने सपनो को महत्त्व देना

‘शकुंतला-देवी’, ये शब्द सुनकर आपके मन में एक छवि उभर के ज़रूर आयी होगी। किसकी ? जी हाँ आप बिलकुल सही है आप,अदाकारा ‘विद्या बालन’ की। अमेज़न प्राइम वीडियो की पेशकश ‘शकुंतला देवी’ फिल्म 31 जुलाई, 2020 को रिलीज़ हुई जिसका प्रचार कंपनी काफी दिनों पहले से ही कर रही … Read More