प्यार

मैंने तुमसे प्यार किया है, इसमें मेरी खता नहीं।पर कितना प्यार किया है तुमसे, इसका मुझको पता नहीं।। हर पल ही घूमा करता था, गात तेरा चूमा करता था।किसने लगन लगाई इतनी, इसका मुझको पता नहीं।। दरिया सागर छोटे पड़ गए, सारे अगन बुझाने में।किसने ऐसी अगन लगाई, इसका मुझको … Read More

संदोह

अल्पता से स्वल्पता तक आ गया हूं।अल्पना से कल्पना तन छा गया हूं।अब बीतते हैं रात दिन सब रीते रीते।हर सांस में कुछ तरह समा गया हूं।। झाड़ियों को पा मिला सुकून मुझको।नागफनियों ने डसा था खूब मुझको। हैअब नहीं शिकायत मुझे किसी बात की है।रक्त से अपनों ने नहलाया … Read More

जिन्दगी और मौत

कितनी अजीब है ये जिन्दगीजो कि हर पलमौत के साथआंख मिंचौली खेलती रहती है।कितनी मासूम है ये पगलीजिसे ये भी नहीं पताकि वोकभी किसी की सगी नहीं हुई।उसने हमेशा ही सबको छला हैइस परकब जोर किसका चला है।और ये बेवकूफउसको अपना सगा मानती है।उसके बगैरएक पग भी चलना नहीं जानती … Read More

चार दिन की ज़िंदगानी

जब जिंदगानी चार दिन की रह गई।किस लिए अब फासले मिटाते हो।।रहने दो दीवार अब यूं ही खड़ी।किस लिए इसे आप अब गिराते हो।।एक ये ही तो बनी पहचान है।प्यार की अविरल हमारे आपके।।रहने दो इसको खड़ी हूं ही सदा।किसलिए बेवक्त ही गिराते हो।।इस पे हैं दोनों तरफ लिक्खी गई।प्यार … Read More

क्यों ज़रूरी है दोस्ती -कम्प्यूटर विशेषांक (मित्रता दिवस पर खास पेशकश)

इंसान को बनाते वक़्त भगवान ने अपने कंप्यूटर में एक छोटा सा प्रोग्राम बनाया जिसके अनुसार उस इंसान का सारा जीवन चलना था, जैसे – जन्म, परिवार, रिश्तेदार, काम काज आदि। अब प्रोग्राम बन के तैयार हो गया तो भगवान ने उसकी .exe फाइल बनाई और रन कर दी। (यहाँ … Read More

‘शकुंतला-देवी’ से सीखिए अपने सपनो को महत्त्व देना

‘शकुंतला-देवी’, ये शब्द सुनकर आपके मन में एक छवि उभर के ज़रूर आयी होगी। किसकी ? जी हाँ आप बिलकुल सही है आप,अदाकारा ‘विद्या बालन’ की। अमेज़न प्राइम वीडियो की पेशकश ‘शकुंतला देवी’ फिल्म 31 जुलाई, 2020 को रिलीज़ हुई जिसका प्रचार कंपनी काफी दिनों पहले से ही कर रही … Read More

उधारी की बीमारी

अपने बड़े बुज्रुर्गों से कदाचित सुना होगा कि –“एक समय भूखे रह लेना लेकिन उधार की रोटी न खाना।” मेरा हमारे रीति रिवाज तथा मान्यताओं में बहुत गहरा विश्वास है क्योकि हमारे संस्कार न केवल हमे जीने का एक सही ढंग सिखाते है बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी हमारे लिए … Read More