सच्चा दोस्त
जो एक मीठा दर्द और ख़ुशी का एहसास हो जो हरदम कभी दूर तो कभी पास हो जिसकी याद में मन कभी खुश तो कभी उदास हो वही तो होता है जीवन में सच्चा मित्र सच्चा दोस्त जो दूर रहकर भी सदा पास हो जो हरदम एक अजब सा मीठा … Read More
जो एक मीठा दर्द और ख़ुशी का एहसास हो जो हरदम कभी दूर तो कभी पास हो जिसकी याद में मन कभी खुश तो कभी उदास हो वही तो होता है जीवन में सच्चा मित्र सच्चा दोस्त जो दूर रहकर भी सदा पास हो जो हरदम एक अजब सा मीठा … Read More
‘शकुंतला-देवी’, ये शब्द सुनकर आपके मन में एक छवि उभर के ज़रूर आयी होगी। किसकी ? जी हाँ आप बिलकुल सही है आप,अदाकारा ‘विद्या बालन’ की। अमेज़न प्राइम वीडियो की पेशकश ‘शकुंतला देवी’ फिल्म 31 जुलाई, 2020 को रिलीज़ हुई जिसका प्रचार कंपनी काफी दिनों पहले से ही कर रही … Read More
होली में ऐसो रंग डालो, अबकि मेरे यार।रंग प्रेम को कबहुं उतरे, ऐ मेरे भरतार।। ऐसो रंगियो रंग न उतरे,तन-मन सब रंग जाए।चाहे कितना जतन करे कोई,रंग उतर न पाए।पल-पल आवे याद तुम्हारी,मुझको बारंबार।। बर्छी तिरछे नयनों वाली,हरदम सीने बीच धंसी हो।मन को घायल करने वाली,चितवन नैनन बीच बसी हो।सतरंगी … Read More
कितनी अजीब है ये जिन्दगीजो कि हर पलमौत के साथआंख मिंचौली खेलती रहती है।कितनी मासूम है ये पगलीजिसे ये भी नहीं पताकि वोकभी किसी की सगी नहीं हुई।उसने हमेशा ही सबको छला हैइस परकब जोर किसका चला है।और ये बेवकूफउसको अपना सगा मानती है।उसके बगैरएक पग भी चलना नहीं जानती … Read More
जब जिंदगानी चार दिन की रह गई।किस लिए अब फासले मिटाते हो।।रहने दो दीवार अब यूं ही खड़ी।किस लिए इसे आप अब गिराते हो।।एक ये ही तो बनी पहचान है।प्यार की अविरल हमारे आपके।।रहने दो इसको खड़ी हूं ही सदा।किसलिए बेवक्त ही गिराते हो।।इस पे हैं दोनों तरफ लिक्खी गई।प्यार … Read More
इंसान को बनाते वक़्त भगवान ने अपने कंप्यूटर में एक छोटा सा प्रोग्राम बनाया जिसके अनुसार उस इंसान का सारा जीवन चलना था, जैसे – जन्म, परिवार, रिश्तेदार, काम काज आदि। अब प्रोग्राम बन के तैयार हो गया तो भगवान ने उसकी .exe फाइल बनाई और रन कर दी। (यहाँ … Read More
अपने बड़े बुज्रुर्गों से कदाचित सुना होगा कि –“एक समय भूखे रह लेना लेकिन उधार की रोटी न खाना।” मेरा हमारे रीति रिवाज तथा मान्यताओं में बहुत गहरा विश्वास है क्योकि हमारे संस्कार न केवल हमे जीने का एक सही ढंग सिखाते है बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी हमारे लिए … Read More
जो आग लगा सकते हैं पर, फिर भी मुस्काए जाते हैं। यह भारत के सैनिक हैं जो निज धर्म निभाएं जाते हैं।। उनसे भी भेद नहीं माना, उनको है सदा अपना जाना। जो संगीनों के साए में, आतंक मचाए जाते हैं।। जो शान तिरंगा फूँक रहे और मानवता पर थूक … Read More
‘अनाम रिश्तों की कोख’– मानस सरोवर कहानी संग्रह – भाग 1 (Hindi Edition) रामगंगा की तलहटी में बसे चौबारी ग्राम जिसका कि मूल नाम चारद्वारी था, जो कि लगभग आज से तीन सौ वर्ष पूर्व वहाँ के मुखिया एवं शासक रहे कुँवर राघवेन्द्र प्रताप सिंह के आलीशान हवेली नुभा राजमहल … Read More
केरल के ग्रामीण इलाके में हाथियों के झुंडों का आना-जाना एक आम बात थी। आए दिन वे टोलियों के रूप में यहां से वहां भ्रमण करते रहते। हर एक झुंड की खासियत ये थी कि वह अपने परिवार के मुखिया के इशारे पर चलता और एक-एक संकेत का पूर्णत: पालन … Read More
शनि स्तुति हे कोणस्थ, हे शनि देवा, हे रवि पुत्र: नमो नमः। हे प्रभु मंद: हे प्रभु सौरी, हे यम फंद: नमो नमः।। हे न्यायाधिप, हे कालाधिप, हे देवाधिप नमो नमः। हे नीलांजन, हे समभासम, हे रविपुत्रम नमो नमः।। हे प्रलयंकर, महा भयंकर, हे अभ्यंकर नमो नम:। हे भयकारी, हे … Read More
साईं बाबा तुम हो मेरे।काटो संकट छाये घनेरे।।दिन और रात जगाऊं बाती।महिमा तेरी मन को भाती।आओ आओ साईं बाबा।दर्शन होंगे कब मोहि तेरे।।मैं तो चलकर शिर्डी आया।जन्म जन्म का तेरा बुलाया।केहि विधि होवे पूजा तेरी।केहि बिधि होंगे दर्शन तेरे।।राम रहीम तुम हो दाता।तेरी शरणी जो कोई आता।मन की मुरादें करते … Read More
हे अंजनी के लाला तुम सा ना कोई प्रतिपाला।हे भक्तों के रक्षक प्रभु, तुम सा न कोई रखवाला।।संजीवन बूटी लाए, लक्ष्मण जी हैं जिलाए।ले आए खुद गरुड़ को,जब नागपाश डाला।।सोने की सारी लंका, पल भर में जला डाली।प्रभु का बजा के डंका, खुद काल खोल डाला।। कुंभकरण घबराया, रावण तक … Read More
उत्तर भारत की महान विभूति पंडित राधेश्याम कथावाचक जी की 125 वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर उनके अभिनंदन में स्मृति पत्र लिखा तथा बरेली के तत्कालीन डीएम श्री वीरेंद्र कुमार जी द्वारा विशेष प्रयास किए जिसके परिणाम स्वरूप पंडित राधेश्याम कथावाचक जी की स्मृति के उपलक्ष में अनेक दिवसीय … Read More
भारतीय पौराणिक साहित्य इंडियन एपिक्स रामायण और महाभारत पर अमेरिका से रिसर्च करने के लिए पधारीं अमेरिकन यूनिवर्सिटी की हिन्दी विभाग की प्रोफेसर डॉ पामेला जी द्वारा बरेली के आईएमए हॉल में वीर अभिमन्यु नाटक की प्रस्तुति की गई जिसका निर्देशन डॉ अनिल मिश्रा द्वारा किया गया इस नाटक में … Read More
वैराग्य वाणीराम नाम का जगत में, है अनुपम प्रताप।जाके बल ते मिटत हैं, पाप, ताप, संताप।।निर्गुण की महिमा अमित, सगुण रूप भयो आप।भगतन हित खुद देह धर, जग से मिटावें पाप।। जो जाणै सो पाव है, प्रभु की कृपा अपार। सारे जगत का है वही, एक मूल आधार।।जो आए सो जाएंगे, कौन … Read More
विविध आयोजनों के उपरांत कलश विसर्जन की प्रक्रिया के अंतर्गत राम गंगा के पावन तट पर कलश विसर्जन की परंपरा का निर्वाह करते हुए सर्व श्री तीर्थ राम शर्मा, गौरी दत्त त्रिपाठी, शैलेंद्र शुक्ला, राजेंद्र मिश्रा, धूम सिंह, बृजलाल मेंदीरत्ता, वी. के. गुप्ता, विश्वनाथ रावत, शकुंतला शर्मा, किशन लाल अरोड़ा, … Read More