संदोह

अल्पता से स्वल्पता तक आ गया हूं।अल्पना से कल्पना तन छा गया हूं।अब बीतते हैं रात दिन सब रीते रीते।हर सांस में कुछ तरह समा गया हूं।। झाड़ियों को पा मिला सुकून मुझको।नागफनियों ने डसा था खूब मुझको। हैअब नहीं शिकायत मुझे किसी बात की है।रक्त से अपनों ने नहलाया … Read More

होली

होली में ऐसो रंग डालो, अबकि मेरे यार।रंग प्रेम को कबहुं उतरे, ऐ मेरे भरतार।। ऐसो रंगियो रंग न उतरे,तन-मन सब रंग जाए।चाहे कितना जतन करे कोई,रंग उतर न पाए।पल-पल आवे याद तुम्हारी,मुझको बारंबार।। बर्छी तिरछे नयनों वाली,हरदम सीने बीच धंसी हो।मन को घायल करने वाली,चितवन नैनन बीच बसी हो।सतरंगी … Read More

चार दिन की ज़िंदगानी

जब जिंदगानी चार दिन की रह गई।किस लिए अब फासले मिटाते हो।।रहने दो दीवार अब यूं ही खड़ी।किस लिए इसे आप अब गिराते हो।।एक ये ही तो बनी पहचान है।प्यार की अविरल हमारे आपके।।रहने दो इसको खड़ी हूं ही सदा।किसलिए बेवक्त ही गिराते हो।।इस पे हैं दोनों तरफ लिक्खी गई।प्यार … Read More

भारत के सैनिक

जो आग लगा सकते हैं पर, फिर भी मुस्काए जाते हैं। यह भारत के सैनिक हैं जो निज धर्म निभाएं जाते हैं।। उनसे भी भेद नहीं माना, उनको है सदा अपना जाना। जो संगीनों के साए में, आतंक मचाए जाते हैं।।   जो शान तिरंगा फूँक रहे और मानवता पर थूक … Read More

साईं बाबा

साईं बाबा तुम हो मेरे।काटो संकट छाये घनेरे।।दिन और रात जगाऊं बाती।महिमा तेरी मन को भाती।आओ आओ साईं बाबा।दर्शन होंगे कब मोहि तेरे।।मैं तो चलकर शिर्डी आया।जन्म जन्म का तेरा बुलाया।केहि विधि होवे पूजा तेरी।केहि बिधि होंगे दर्शन तेरे।।राम रहीम तुम हो दाता।तेरी शरणी जो कोई आता।मन की मुरादें करते … Read More

अंजनी लाला

हे अंजनी के लाला तुम सा ना कोई प्रतिपाला।हे भक्तों के रक्षक प्रभु, तुम सा न कोई रखवाला।।संजीवन बूटी लाए, लक्ष्मण जी हैं जिलाए।ले आए खुद गरुड़ को,जब नागपाश डाला।।सोने की सारी लंका, पल भर में जला डाली।प्रभु का बजा के डंका, खुद काल खोल डाला।। कुंभकरण घबराया, रावण तक … Read More

आइए मातृ दिवस के इस पावन अवसर पर हम सभी की मां भारत माता के नित्य प्रति वंदन का संकल्प लें।

भारत माता सौंदर्य की देवी हो तुम, हे श्रद्धा की मूर्ति।त्यागमयी, ममतामयी, तुम हो वात्सल्य की मूर्ति।सदा दया का पाठ सिखातीं, करती धन-धान्य ने की पूर्ति।सारे भारतवासी मिलकर, करेंगे तेरा श्रृंगार।तू अपने प्यारे बच्चों को, देती अनुपम प्यार।।स्वर्णमयी आभा वाला, पहिनाएंगे परिवेश।संसार में दिग्विजय बने, भारत मां तेरा देश।। अपने … Read More

महाराणा प्रताप

हल्दीघाटी के महावीर, शूरों के अप्रतिम शूरवीर।वायु से वेगवान थे तुम गति जैसे कोई प्रलय का तीर।। जो ठहर सके समरांगण में, ऐसा ना मिला सूर कोई।जब थे तुमने खोले लोचन, अवनी निर्भय हो शांत सोई।तुम्हारी छाती बेध सके, ऐसा ना बना था कोई तीर।हल्दीघाटी के महावीर, शूरों के अप्रतिम … Read More

अरुणिमा

ज़िन्दगी की अरुणिमा में, साथ था जिस पल वो तेरा।हर समय बस खिल-खिलाता, गात था कुसुमय सा मेरा।। हर समय इक तरुणिमा सी, छाई उर अंतर थी मेरे।मुस्कराहट में छिपी थी, खिल-खिलाहट सी ही मेरे।हाथ था जिस पल तुम्हारा, हाथ कस लेता था मेरा।। उर्मियों सी चमचमाती, देह कुन्दन सी … Read More

भजन

रहमत की नजर हो तो, मेरी किस्मत खुल जाए।दुनिया की मनचाही, हर वस्तु है मिल जाए।।है खिली हुई दुनिया, सारी है मतलब की।करते मीठी बातें, सब अपने मतलब की।मतलब की दुनिया से, मुझे मुक्ति मिल जाए।।जब भी देखा जिसको, बेगाना ही पाया।अपना समझा जिसको, अंजाना ही पाया।तुम अपना लो मुझको, … Read More